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चारिटा मैथिली हाइकु – ४ (वर्षाक बुन्द)

20191022_BinitThakur-Haiku


१३.
वर्षाक बुन्द
धरतीक गर्भ सँ
उगल पौध ।

१४.
धानक फूल
बसमतिया आरि
खुश किसान ।

१५.
मेंहदी पात
हरिएर कञ्चन
हाथ मे लाल ।

१६.
मधुश्रावणी
अनुपम शृङ्गार
विदेश पिया ।

विनित ठाकुर
मिथिला बिहारी नगरपालिका
मिथिलेश्वर मौवाही – ३
धनुषा, प्रदेश नं. – २

मिथिलाक्षर (तिरहुता) दुनु लिपिमे प्रकाशित कृति ‘वसुन्धरा’ हाइकु सङ्ग्रह सँ साभार ।

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