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चारिटा मैथिली हाइकु – १४ (कारी भँवरा)

20200408_BinitThakur-Haiku


५३.
कारी भँवरा
सनई के फूल पऽ
करे मिलान ।

५४.
अस्त सुरुज
कमलक फूल मे
भँवरा बन्द ।

५५.
फूल पऽ धूल
विनु वर्षा के कादो
बीमार माली ।

५६.
चाँपल बेङ
विषधर कल्ला मे
खोजे फतिंगा ।

विनीत ठाकुर
मिथिला बिहारी नगरपालिका
मिथिलेश्वर मौवाही – ३
धनुषा, प्रदेश नं. – २

मिथिलाक्षर (तिरहुता) दुनु लिपिमे प्रकाशित कृति ‘वसुन्धरा’ हाइकु संग्रह सँ साभार ।

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