५३.
कारी भँवरा
सनई के फूल पऽ
करे मिलान ।
५४.
अस्त सुरुज
कमलक फूल मे
भँवरा बन्द ।
५५.
फूल पऽ धूल
विनु वर्षा के कादो
बीमार माली ।
५६.
चाँपल बेङ
विषधर कल्ला मे
खोजे फतिंगा ।
विनीत ठाकुर
मिथिला बिहारी नगरपालिका
मिथिलेश्वर मौवाही – ३
धनुषा, प्रदेश नं. – २
मिथिलाक्षर (तिरहुता) दुनु लिपिमे प्रकाशित कृति ‘वसुन्धरा’ हाइकु संग्रह सँ साभार ।