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आएल दिवाली (कविता)


गेल दशमी आएल दिवाली
झलकल गाम–घर चढ़ल लाली
माता लक्ष्मी भरथिन सभक झोरी
सभ किओ भाँजत हुक्कालोली

चकमक–चकमक डिबिया–दीप
धरती लगैय स्वग सँ निक
मालक सिंह मे लागल तेल
मानव पशु मे अद्भूत मेल

कमल पर विराजे लक्ष्मी मैया
लगबथिन पार सभक नैया
हाथ सँ बहैन धनक धार
निष्ठा सँ पूजब होयव धनवान

सीता, दीप्ता अछि लक्ष्मीक रुप
माय बहिन सभ पिटथि सुप
दुःख दरिद्रा बाहर जाऊ
अन्न–धन लक्ष्मी घर आऊ

सुधा मिश्र
जनकपुरधाम – ४
प्रदेश नं. २, धनुषा

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