ठंडीक एक कप गरम चाय
देखिक ओकरा मोन मुसिकाय
छुवन सँ ओकर तन झुमिजाय
ठंडीक एक कप गरम चाय
छुवन सँ ओकर मचलल ठोर
ससरि हृदयमे कयलक भोर
अँग अँग गुदगुदायल मोर
खुशीक नहि अछि कुनो ओर
हाथक कमपनके कायल थीर
मोहि रहल अछि रसे रसे धीर
चुमी चुमी ठोर आनन्दित भेल
छुपाक जीयामे तरंगित भेल
शुभ साँझ बेरिया रहैय ध्यान
बिनु ओकरा कहाँ हमरा च्यान
सँगी साथीके सेहो छैक पसिन
बनोलक हमरा अपन अधीन
सुधा मिश्र
जनकपुर -४
धनुषा ,नेपाल