अपकी चुनाव मे (अवधी ) अजय पाण्डेय (आर्यन) अवधी भाषा by Ajay pandeyNovember 8, 2015अजमाइहैं सब आपन आपन हथकण्ड ,अपकी चुनाव मे चली फिरसे लाठी और डंडा , अपकी चुनाव मे केहू खरिदी वोट तो केहू देखाई धौस , जाने केतना पुजैहैं पंडित और पंडा,अपकी चुनाव मे
कुटिया कै लक्ष्मी पुजा (अवधी कविता) अजय पाण्डेय (आर्यन) अवधी भाषा by Ajay pandeyNovember 4, 2015सबकेहू लक्ष्मी माई कै अगुवानी मे लगा है | हर गवाँ चौराहा पे माई कै मुर्ति खुब सजा है | होइ सबकुछ मंगल अव सुख कय होइंहै बौछार सब कै हृदय मे इहय अभिलास आव विश्वास भरा है ।
मननीय (अवधी) अजय पाण्डेय (आर्यन) अवधी भाषा by Ajay pandeyOctober 26, 20157 Commentsदेश कय अवस्था एकदम दयनीय होइगय कल कय गुन्डा जब से मननीय होइगय पढाल लिखल देखो सब भैँस चरवय अव बिन पढ़ा सब कै सम्मनीय होइगय जीवन भर अपराध किहिस जउन आज उहय सबसे पुजनीय होइगय