सगून पाक्षिक
पेड पौधासनके अदभूत दुनिया
जे तरे जनावर के अलग संसार होला, मानव के अलग संसार होला ओहि तरे पेड पौधासन के भी आपन एगो अलगे संसार होला ।
बडा दुःखके बात बा कि जे तरे मानव के, जनावर आदिके विकास, किसीम ओकरा बारेमे ज्यादा से ज्यादा जानकारी हमनीके सरलता के साथ मिल जाला ओहितरे पेड पौधासनके प्रकृती तथा ओकरा बारेमे जानकारी ना मिलेला ।
आजकालके मुख्यमुख्य समस्यासन मे जंगल के कटानी तथा पेड पौधा के बिनाश एगो प्रमुख समस्या होगइल बा ।