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उडायब मिलिक लाल अविर (कविता)


आयल छै फगुवा पावन होरी
बजबैय अँहाके गामक गोरी

स्वागत करब पटोर पहिर
उडायब मिलिक लाल अविर
होरीमे होरीमे हँ होरीमे

तरंगित तन मोन गुद गुदाइय
झुकिक पपनी नयन लजाइय
हियाकेे धडकन बनल बहिर

उडायब मिलिक लाल अविर
होरीमे होरीमे हँ होरीमे

चँहुदिस सजल मोहिनी सुरत
मोहित अछि मोन देखिक मुरत
अँहिक सपनाके बनलौ अमिर

उडायब मिलिक लाल अविर
होरीमे होरीमे हँ होरीमे

पहिरने छी हम वसन्ती गहना
देखथिन हमरा हमर सजना
प्रीतक सागर होइ छै गहिर

उडायब मिलिक लाल अविर
होरीमे होरीमे हँ होरीमे

सुधा मिश्र
जनकपुर – ४
धनुषा, नेपाल

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