सम्झेघाँ आमाइं जल्मिका थामे सा:को संस्कारता
सोनाको र्हिमा चिल्का का सान्हे पबित्र संसारता
लागाइतेङ आमाइं सोभाइखे चन्द्रहार बोन्हाता
आमाइको माया सम्झेनु निङ्खे बोबोका कोल्हेता
जल्म पिन्हा आमाइं दुनियाँ तिम्पालि सिर्जातेङ
म्हुँइकाता आदर बार्काहेङ सम्मानपालि धिर्पातेङ
पितेङ माया दुदुँ चुउपान्हा बारापालि आमाइं
जावा सिपाङ मानिल्पा दुनियाँता घालि आमाइं
आमाइको माया निम भार्खे गुलाफको सुगन्धता
न्हिसिन्ता तालि भाइघाना में एम्लाउ में पन्धता
र्हिमा झेङ्फुरु झेङ्लाउ किया ओतेङ ल्होघाना
पाहारको तुपाता सान्हे चिल्का पाङ काम पाघाना
सम्झेखाँ आमाइं नाङ्को दुखो पाका तिङ्लाउ
ल्होतेसाङ र्हिमा पुजापाठ पालि ग्रामथान हानिलाउ
मातिङ्का अलौकिक दुनियाँता तान्हाखे आस्था
पबित्र चोखो मनहोइ ल्हे: चोर्हाइतेङ पान्हाखे आस्था
– डम्बर धिमाल राजदोङ्ग्ये, मोरङ
जनवरी १९, २०२१
२०७७ माघ ६ मंगलबार